बोहोत कीमती हैं तजुर्बे , ये ज़िन्दगी मे बड़ी सीख दे जाते हैं ,
अज़ीज़ हैं मुझे वो लोग, जो तजुर्बों के तोहफ़े दिया करते हैं ।
🖋Kumail Saif
उलझन है कि, नादानी भली या हैं समझदारी बेहतर ?
आखें जब खुली, तो कई चहरे अज़ीज़ ना रहे..।
🖋Kumail Saif
ये ख़्वाब, ये ख़यालात, ये जज़्बात तेरे,
अक्सर जो दिल-ओ-दिमाग़ पर छाए रहते हैं..
क्यों न इन्हें अल्फ़ाज़ों में उतार दिया जाए,
क्या पता कुमैल, कोई शायरी निकल आए ..।
🖋Kumail Saif
दिन भर कि भाग-दौड़ थका
देती है मुझे,
और आखों के
ख़्वाब रात को सोने नहीं देते..।
🖋 Kumail Saif
ज़रा नींद पूरी कर लुं
मैं, कुछ ख्वाब और सजा लुं मैं..
इस सर्द सुबह के दामन
से, कुछ रात और चुरा लुं मैं
🖋Kumail Saif
इस फ़लसफ़े को अपना कर हमने ,
ज़िन्दगी सहल अपनी कर ली।
जब सुहाने मौसम आए, तस्वीरें
बनाते गए हम ,
जब रंज-ओ-ग़म ने घेरा, शायरी
हम ने कर ली। 😀
🖋Kumail Saif
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